Wednesday 14 September 2011

इनाज के क्षेत्र में बढ़ती व्यवसायिकता


आजकल इनाज के क्षेत्र में बढ़ती व्यवसायिकता से समाज काफी आहत हैं। पुराने दिनों में हर फील्ड के लोग रुपए कमाने की अंधी दौड़ में शामिल होते थे, लेकिन डॉक्टरी पेशा इससे अछूता था। इसलिए डॉक्टरों को काफी सम्मान मिलता था। वर्तमान में स्थिति कुछ और ही है।
डॉक्टर होना सिर्फ एक काम नहीं है, बल्कि चुनौतीपूर्ण वचनबद्धता है। वर्तमान में डॉक्टर पुराने सम्मान को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करता हुआ नजर आ रहा है। इसके पीछे कई कारण हैं। डॉक्टरों को अपनी जवाबदारियों का पालन ईमानदारी से करना सीखना होगा। डॉक्टरों की एक छोटी-सी भूल भी रोगी की जान ले सकती है। जनता के विश्वास की डोर है डॉक्टर : वर्तमान में डॉक्टरी ही एक ऐसा पेशा है, जिस पर लोग विश्वास करते हैं। इसे बनाए रखने की जिम्मेदारी सभी डॉक्टरों पर है।
सारे डॉक्टर जब अपने चिकित्सकीय जीवन की शुरुआत करते हैं तो उनके मन में नैतिकता और जरूरतमंदों की मदद का जज्बा होता है, जिसकी वे कसम भी खाते हैं। इसके बाद कुछ लोग इस विचार से पथभ्रमित होकर अनैतिकता की राह पर चल पड़ते हैं।
डॉक्टरों को चाहिए कि वे अपने अंतर्मन में झाँके, अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को समझें और चिकित्सा को पैसा कमाने का पेशा न बनाकर मानवीय सेवा का पेशा बनाएँ। डॉक्टरी को महज पेशा नहीं, बल्कि उसमें सेवा की भावना भरने के लिए सरकार ने नियमों को थोड़ा और कड़ा कर देना है।यह भी है कि हमारे यहां स्वास्थ्य सेवाएं कम हैं, जरूरत ज्यादा है, इसलिए सेवाएं महंगी और असंतोषजनक हैं। लेकिन बुनियादी सवाल समाज की जरूरतों के मुताबिक डॉक्टर तैयार करने का है।

1 comment:

  1. डा.शांता जी का वीडियो बहुत उपयोगी है । धन्यवाद

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